ताज होटल की शान बढ़ा रहा है मधुबनी का यह शेर, देश-विदेश के लोग करते हैं दीदार
विभूति नाथ झा के पारिवारिक सदस्य प्रदीप झा बताते हैं कि इसे देखकर वो लोग खेला करते थे. कभी-कभार तो इसकी पीठ पर भी बैठ जाया करते थे. आसपास के सारे बच्चे, विभूति बाबू के दरवाजे पर लगे इस शेर की शोभा बढ़ाते थे.

विभूति नाथ झा के पारिवारिक सदस्य प्रदीप झा बताते हैं कि इसे देखकर वो लोग खेला करते थे. कभी-कभार तो इसकी पीठ पर भी बैठ जाया करते थे. आसपास के सारे बच्चे, विभूति बाबू के दरवाजे पर लगे इस शेर की शोभा बढ़ाते थे.